
NRI Herald
नीरज विश्व विजयी हुआ !
Updated: Aug 12, 2021
लोकेश शर्मा जी द्वारा टोक्यो ओलिंपिक्स स्वर्ण पदक विजेता "नीरज चोपड़ा" के सम्मान मे रचित कविता - NRI हेराल्ड ऑस्ट्रेलिया द्वारा प्रकाशित, 09 August 2021

नीरज है पर्याय कमल का ,
वर्णित है परिचय तेरे व्यक्तित्व का ,
सूर्य - सी आभा तेरी,
मुख मण्डल है शांत चंद्र - सा ,
भुजाओं में पराक्रम महाराणा प्रताप का !
गर्जना तू कर रहा सिंहनाद सी ,
भाले के प्रकाश से आ रही छवि राणा की ,
तेरे आवेग से उठे ध्वनि ऐसी,
प्रताप के चेतक की टापें हो जैसी !
भारतीय सेना का गौरव छुआ ,
कर्मपथ पर फिर अग्रसर हुआ !
लक्ष्य सचेत - अर्जुन सा ,
स्वर्णिम पथ भी तेरे वेग से कृतज्ञ था !
ज्यूँ तूने वो हुंकार भरा ,
पूरे भारत ने फिर -
हर - हर महादेव कहा !
शंख फूँक वर्तमान ने तेरा आह्वान किया ,
माँ भारती ने विजय श्री का आशीर्वाद दिया !
यशस्वी पताका भाले पर ,
भाग्य ने था बाँध दिया ,
बाहुबल के आवेश से ,
जो तूने फिर बरछे का प्रहार किया ।
भेद आकाश को,
उछला वो भाला तेरा वैसे ,
गन्तव्य कर पूरा,
पृथ्वी में गड़ा ऐसे ,
भीष्म पितामह की प्यास बुझी अर्जुन के बाण से जैसे ।
नीरज फिर तू वो विश्व विजेता हुआ,
स्वयं स्वर्ण पदक ने तेरा आलिंगन किया !
तब विश्व विजयी तिरंगा उठा जापान में ,
और हुआ राष्ट्रगान भारत के सम्मान में ,
हुआ राष्ट्रगान भारत के सम्मान में !
कविता "नीरज विश्व विजयी हुआ !" का अनुवाचन

तेरा बहुत बहुत आभार नीरज चोपड़ा !
प्रवासी भारतीय
लोकेश